माँ तुम्हारा लाडला मैं हूँ शहीदां वो जुनैद
जिस को मिल कर मार डाला भीड़ जो गुंडो की थी
अब्बू से कहना ना रोएँगे मेरे जाने के बाद
दफन करते वक्त ना कापेंगे उनके अपने हाथ
वक्त ने इक तय समय से छीन ली सांसों की डोर
पर कोई शिकवा नही ज़ाया ना जाए मेरी मौत
जब भी कोई ज़ुल्म की आंधी अगर चलने लगे
जब लगे की साजिशें खुब फूलने फलने लगे
फर्ज है ये मोमिनों देना है उसको भी जवाब
सब्र से संजीदगी से हो बराबर हर हिसाब
और अम्मी से भी कुछ कहता चलेगा ये जुनैद
रो ना प्यारी माँ तुम्हे फिर से मिलेगा ये जुनैद
अम्मी तुमसे फिर मिलूँगा जन्नतुल फिर्दोस में
तुम सेवईय्यां ले के आना साथ मिल कर खाएंगे
फिर गले से तुम लगाना चूम लेना प्यार से
रह गयी बाकी जो ईदी देना मुझको प्यार से!!
जिस को मिल कर मार डाला भीड़ जो गुंडो की थी
अब्बू से कहना ना रोएँगे मेरे जाने के बाद
दफन करते वक्त ना कापेंगे उनके अपने हाथ
वक्त ने इक तय समय से छीन ली सांसों की डोर
पर कोई शिकवा नही ज़ाया ना जाए मेरी मौत
जब भी कोई ज़ुल्म की आंधी अगर चलने लगे
जब लगे की साजिशें खुब फूलने फलने लगे
फर्ज है ये मोमिनों देना है उसको भी जवाब
सब्र से संजीदगी से हो बराबर हर हिसाब
और अम्मी से भी कुछ कहता चलेगा ये जुनैद
रो ना प्यारी माँ तुम्हे फिर से मिलेगा ये जुनैद
अम्मी तुमसे फिर मिलूँगा जन्नतुल फिर्दोस में
तुम सेवईय्यां ले के आना साथ मिल कर खाएंगे
फिर गले से तुम लगाना चूम लेना प्यार से
रह गयी बाकी जो ईदी देना मुझको प्यार से!!
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