कुछ इस तरह से
मेरी वो फिकर करता है
अनजान बनकर ही सही
पर मेरा जिकर करता है
उनकी रातो की यादो से थोड़ी मोहलत क्या मिली,
सवेरा ही हो गया....!!
वो गैर हो चुके हैं , जमाने को खबर है .. !
हम सिर्फ उसी के हैं , मगर वो बेखबर है...#
छोटी सी Life है, हँस के जियो। भुला के गम सारे, दिल से जियो। अपने लिए न सही, अपनों के लिए जियो।
जिंदगी तो उसकी है जिसकी मौत पे जमाना अफसोस करे, वरना जनम तो हर किसी का मरने के लिए ही होता है !!
जिन्दगी वैसी नहीं है जैसी आप इसके लिए कामना करते हैं, यह तो वैसी बन जाती है जैसा आप इसे बनाते हैं.
ज़िंदगी बहुत कुछ सिखाती है, कभी हँसाती है कभी रुलाती है;
पर जो हर हाल में खुश रहते हैं, ज़िंदगी उनके आगे सिर झुकाती है।
पसंद करने लगे हैं अब मुझ को भी कुछ लोग....
कम कर दिया है आज-कल सच बोलना मैंने...
हर गुनाह कबूल है हमें ...
बस सजा देने वाला बेगुनाह होना चाहिए
खुबसूरत सा वो पल था,
पर क्या करें वो कल था.
ना #जाने कोैन सी #दवा है उसके पास
कुछ #पल साथ #गुजार लूं तो #सुकून सा मिलता है।
★★ #मेरी_मौत की #दुआ #तु #मत कर, ☝
क्योंकी #हम_जियेंगे भी #अपनी_मर्जी से
और #तुम पर #मरेंगे ☝ भी #अपनी_मर्जी से ★★
कुछ #खास #जादू #नही #है #मेरे #पास....!
#बस #बातें #दिल #से #करता #हूँ....!
आज कितने भी महंगे जूते पहन लो,
लेकिन वैसी फीलिंग नहीं आती..,
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जैसी बचपन में “चुऊ-चुऊ” वाले जूते पहन कर
आती थी…।।
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